Changes

|रचनाकार=मलिक मोहम्मद जायसी
}}
[[Category:लम्बी कविता]]
'''मुखपृष्ठ: [[अखरावट / मलिक मोहम्मद जायसी]]'''
 
[[अखरावट / पृष्ठ 4 / मलिक मोहम्मद जायसी|<< पिछला भाग]]
पवनहिं माहँ जो बुल्ला होई । पवनहि फुटै, जाइ मिलि सोई ॥<br>
पवनहि पवन अंत होइ जाई । पवनहि तन कहँ छार मिलाई ॥<br><br>
 
 
 
[[अखरावट / पृष्ठ 6 / मलिक मोहम्मद जायसी|अगला भाग >>]]