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मेरा देश बड़ा गर्वीला / गोपाल सिंह नेपाली
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06:26, 1 अप्रैल 2013
कुटिया में मिट्टी के दीपक, मंदिर में प्रतिमा पत्थर की ।
जहाँ
बाँस
वास
कँकड़ में हरि का, वहाँ नहीं चाँदी चमकीली ।
मेरा देश बड़ा गर्वीला, रीति-रसम-ऋतुरंग-रंगीली ।
अनिल जनविजय
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