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Kavita Kosh से
*[[जो ज़बां से लगती है वो कभी नहीं जाती / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[पैसा तो खुशामद में, मेरे यार बहुत है / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[किसी पे ग़्ाुस्सा ग़ुस्सा उठे है किसी पे प्यार उठे / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[वैसे तो तुम्हें छोड़ के मय पी ही नहीं है / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[वही अकेला जो घर में कमाने वाला था / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[शौक़े-परवाज़ न बिखरे हुये पर में रखना / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[आप गर दिल का कारोबार / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[किसी पे ग़्ाुस्सा ग़ुस्सा उठे है किसी पे प्यार उठे / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[सोच समझ कर फै़सला करना मत करना जज़्बात में तुम / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[अपने पुरखों की शान देखो तो / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[सच कहूं तो वाक़ई तुम आज पछताने को हो / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[ये तुमने बात छेड़ी है कहां की / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[वो अष्क अश्क आंख को सांसों को हिचकियां देकर/ ‘अना’ क़ासमी]]
*[[अब भी आंखों में धार है कि नहीं / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[गीली साड़ी अभी भी है गीली / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[कोई आका नहीं ग़्ाुलाम ग़ुलाम नहीं / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[अक्स ग़ज़लों को तेरा गर मिल जाये / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[ये कब कहा कि तुमसे मुहब्बत नहीं रही / ‘अना’ क़ासमी]]