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प्रत्याशा / जयशंकर प्रसाद

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{{KKRachna
|रचनाकार=जयशंकर प्रसाद
|संग्रह=झरना / जयशंकर प्रसाद
}}
 
'''मुखपृष्ठ: [[झरना / जयशंकर प्रसाद]]'''
 
मन्द पवन बह रहा अँधेरी रात हैं।