भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
}}
{{KKPageNavigation
|पीछे= कबीर दोहावली / पृष्ठ ९
|सारणी=दोहावली / कबीर
}}
{{KKCatDoha}}
<poem>
हस्ती चढ़िये ज्ञान की, सहज दुलीचा डार ।