भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मनमोहन 'तल्ख़'

140 bytes removed, 03:21, 1 जुलाई 2013
* [[साबित ये करूँगा के हूँ या नहीं हूँ मैं / मनमोहन 'तल्ख़']]
* [[सदाओं का न ख़ला देख कर डरा मझ को / मनमोहन 'तल्ख़']]
* [[फिर आज घर मुझे ले आई जूँ का तूँ इक बात / मनमोहन 'तल्ख़']]
* [[ये शहर शहर सर-ए-आम अब मुनादी है / मनमोहन 'तल्ख़']]
* [[यूँही नहीं हम बोलते जाते ये अपनी मजबूरी है / मनमोहन 'तल्ख़']]
* [[ज़माना है के मुझे रोज़ शाम डस्ता है / मनमोहन 'तल्ख़']]
* [[ज़िक्र है दर्द का इक शहर बसा है मुझ से / मनमोहन 'तल्ख़']]
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
2,244
edits