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Kavita Kosh से
तब सबसे पहले
वही मारा गया।
इब्नबतूता पहन के जूता
थोड़ी हवा नाक में घुस गई
घुस गई थोड़ी कान में
कभी नाक को, कभी कान को
इसी बीच में निकल पड़ा
उनके पैरों का जूता
उड़ते उड़ते जूता उनका