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जग के उर्वर आँगन में / सुमित्रानंदन पंत
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10:54, 9 जुलाई 2013
दिशि-दिशि में औ’ पल-पल में
बरसो संसृति के सावन!
रचनाकाल: जून’ १९३०
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रचनाकाल: जून’ १९३०
Sharda suman
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