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{{KKShayar}}
* [[ हर मौसम में ख़ाली-पन की मजबूरी हो जाओगे / रउफ़ 'रज़ा']]* [[जो भी कुछ अच्छा बुरा होना है जल्दी हो जाए / रउफ़ 'रज़ा']]* [[कुछ अजब सा हूँ सितग-गर मैं भी / रउफ़ 'रज़ा']]* [[रौशनी होने लगी है मुझ में / रउफ़ 'रज़ा']]* [[तुम भी इस सूखते तालाब का चेहरा देखो / रउफ़ 'रज़ा']]* [[उस का ख़याल आते ही मंज़र बदल गया / रउफ़ 'रज़ा']]