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सपना रे सपना / गुलज़ार

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|रचनाकार=गुलज़ार
 
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सपना रे सपना, है कोई अपना
अंखियों में आ भर जा
अंखियों की डिबिया, भर दे रे निंदिया
जादू से जादू कर जा
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फिल्म - एक थी डायन(2013)
</poem>
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