Changes

होंगे वे कोई और / श्रीकृष्ण सरल

15 bytes removed, 04:15, 2 सितम्बर 2013
|रचनाकार=श्रीकृष्ण सरल
}}
[[Category:कविता]]{{KKCatKavita}}
<poem>
 
होंगे वे कोई और किनारों पर बैठे
 
मैं होड़ लगाया करता हूँ मझधारों से,
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,141
edits