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|भाषा=भोजपुरी
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'''१.'''<br>सिया डाले राम गले जय माला, सिया डाले राम गले जय माला।<br>रामचन्द्र दुलहा बनि आए। दुलहा बनि आए, दुलहा बनि आए।<br>आरे लछुमन होऽऽ, बने सोहबाला, सिया डाले...<br><br>
'''२.'''<br>केदली बन भौंरा रस माते, के दली बन भौंरा रस माते।<br>केकरा गृहे जन्मे सिया जानकी, अरे केकरा हो,<br>केकरा गृह में पारवती, केदली बन भौंरा रस माते। <br>केइएँ विवाही सिया जानकी,<br>केइएँ विवाही पारबती, केदली बन भौंरा रस माते।<br>राजा जनक गृहे सिया जानकी, अरे राजा होऽऽ,<br>राजा हिवंचल के पारबती, केदली बन भौंरा रस माते।<br><br>
'''३.'''<br>वर दऽ हो भवानी, इहे मगन हम मांगी ले।<br>रामचन्द्र ऐसो कंत, लखन ऐसो देवर ज्ञानी, इहे मंगन...<br>राजा दसरथ ऐसो सुसर, सास कोसिल्या रानी, इहे मंगन...<br>राजा अयोध्या सरजुग जल निर्मल पानी, इहे मंगन...<br><br>
'''४.'''<br>तनि भरि दऽ गगरियाऽ हो श्याम कहे बृजनारि।<br>हमसे चढ़ा जात नाहि मोहन, जमुना ऊँच अरारी,<br>पाव धरत हमरो जीउ डरऽवत, <br>दूजे पाव में पायल भारी, कहे बृजनारि।<br><br>