Changes

पत्ते और भाव / सुभाष काक

24 bytes added, 05:37, 14 नवम्बर 2013
|संग्रह=मिट्टी का अनुराग / सुभाष काक
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
के शब्द पत्ते
अंजान लोगों को
ठिठुरती सरदी में।
</poem>