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हम से भागा न करो दूर / जाँ निसार अख़्तर
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09:38, 9 मार्च 2014
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हमसे भागा न करो, दूर
गजलों
ग़ज़ालों
की तरह
हमने चाहा है तुम्हें चाहने वालों की तरह
Sharda suman
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