{{KKShayar}}
====ग़ज़लें====
* [[ तख़ईल का दर खोले हुए शाम खड़ी है / ज़ाहिदा जेदी]]* [[बू-ए-गुल रक़्स में है बाद-ए-ख़िज़ाँ रक़्स में है / ज़ाहिदा जेदी]]* [[मारा हमें इस दौर की आसाँ-तलबी ने / ज़ाहिदा जेदी]]* [[वो हमें राह में मिल जाएँ ज़रूरी तो नहीं / ज़ाहिदा जेदी]]* [[सिवा है हद से अब एहसास की गिरानी भी / ज़ाहिदा जेदी]]