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अज्ञेय
,{{KKGlobal}}
== अज्ञेय की रचनाएँ==
{{KKParichay
|चित्र=Agyeya.jpg
|कृतियाँ=हरी घास पर क्षण भर, बावरा अहेरी, इंद्र धनु रौंदे हुए, [[आँगन के पार द्वार / अज्ञेय | आंगन के पार द्वार]], [[कितनी नावों में कितनी बार / अज्ञेय | कितनी नावों में कितनी बार]]
|विविध="कितनी नावों में कितनी बार" नामक काव्य संग्रह के लिये 1978 में भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।"आँगन के पार द्वार" के लिये 1964 का साहित्य अकादमी पुरस्कार
|अंग्रेज़ीनाम=Sachchidanand Hiranand Vatsyayan Agyeya, Heeranand, Agyey
|जीवनी=[[अज्ञेय / परिचय]]
}}