Changes

राजनीति-२ / रंजना जायसवाल

333 bytes added, 05:36, 3 अप्रैल 2014
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रंजना जायसवाल |अनुवादक= |संग्रह= }} ...' के साथ नया पन्ना बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रंजना जायसवाल
|अनुवादक=
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
आप जान गये हैं
हाथ तभी रह सकते हैं
सलामत
जब वे
सलामी बजाना
सीख लें
</poem>
Delete, Mover, Reupload, Uploader
1,983
edits