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नियति / रंजना जायसवाल

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गुड़िया
घरेलू हो
या कामकाजी
नियति एक-सी
दूसरों के हिसाब से ढलना
सबको खुश रखना
तभी तो चाहते हैं पिता
गुड़िया-सी बेटी
भाई गुड़िया-सी बहन
पति को भी चाहिए
पतली कमर पुष्ट वक्ष
सुनहरे बालों वाली गुड़िया खेलने के लिए
गर्म जेब वालों को
अच्छी लगती है
शो-केस में सजी
बैटरी से संचालित
बोलने वाली बार्बी गुड़िया
पर वही बोलने वाली
जो चाहते हैं वे
वही करने वाली
मर्जी है जो उनकी
गुड़िया कभी आजाद नही होती.
</poem>
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