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Kavita Kosh से
::सुमँगलीम कल्याणीम
:सर्वदा सुमधुर भाषिणीम i
::वैदेही जनकतनयाम
::मृदुस्मिता उध्धारिणीम i
::चँद्र ज्योत्सनामयीँ, चँद्राणीम
::नयन द्वय, भव भय हारिणीम ii