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Kavita Kosh से
बस, लाड़ करे धरती माँ मुझ से, भूल मेरी शैतानी
अब मेरे बच्चे भीये भी ये जाने हैं, उनका उदगम कहाँ
जहाँ बहे छोटी-सी नदिया, है नन्ही पहाड़ी जहाँ
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