गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद किशोर / घासीराम
1 byte removed
,
04:56, 19 अप्रैल 2014
जो लाला घर जानो चाहो, तो होरी को फगुवा लाओ,
जिन श्याम सखा बुलाए हैं, बांटत भर भर
झोर ।
झोर।
फाग खेलन... ॥५॥
राधे जू के हा हा खाओ, सब सखियन के घर पहुँचाओ,
जिन घासीराम पद गाए हैं, लगी श्याम संग डोर। फाग खेलन... ॥६॥
</poem>
Gayatri Gupta
Delete, Mover, Reupload, Uploader
1,983
edits