* [[प्यार में शर्त-ए-वफ़ा पागलपन / श्रद्धा जैन]]
* [[कीड़ा मीठे में पड़ते देखा है / श्रद्धा जैन]]
* [[काश बदली से कभी धूप निकलती रहती ज़ीस्त उम्मीद के साये में ही पल जाए फिर .../ श्रद्धा जैन]]
* [[वो सारे ज़ख़्म पुराने, बदन में लौट आए / श्रद्धा जैन]]
* [[बना लें दोस्त हम सबको, ये रिश्ते रास आएँ क्यूँ / श्रद्धा जैन]]