भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
लेखन की प्रेरणा कवि पिता श्री गौरीशंकर आचार्य ‘अरुण’ से मिली।
अकादमी सहयोग से "मुट्ठी भर उजियाळो" (2003) राजस्थानी कविता-संग्रह प्रकाशित। युवा कवि के रूप में "मंडाण" में कविताएं संकलित।
हिंदी में एक कविता-संग्रह "सुन ! ओ ठहरे हुए एक दिन" प्रकाशित।
संपर्क : आचार्यां रो चौक, बीकानेर 334005
मोबाइल : 9982611866
ई-मेल : acharyasanjay®x@gmail.com</poem>