गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
चीर भरा पाजामा / त्रिलोचन
93 bytes removed
,
17:27, 10 दिसम्बर 2007
देती है मिथ्याभिमान को। यही त्रिलोचन <br>
है, सब में, अलगाया भी, प्रिय है आलोचन।<br><br>
(कविता संग्रह 'उस जनपद का कवि हूँ' से)
Pratishtha
KKSahayogi,
प्रशासक
,
प्रबंधक
6,240
edits