Changes

ठण्डा लोहा / धर्मवीर भारती

2,241 bytes removed, 02:27, 19 दिसम्बर 2007
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=धर्मवीर भारती
|संग्रह=ठण्डा लोहा / धर्मवीर भारती
}}
{{KKPustak
|चित्र=Thanda_loha.jpg
|नाम=ठण्डा लोहा
|रचनाकार=[[धर्मवीर भारती]]
|प्रकाशक=--
|वर्ष= --
|भाषा=हिन्दी
|विषय=कविताएँ
|शैली=--
|पृष्ठ=--
|ISBN=--
|विविध=--
}}
ठंडा लोहा ! ठंडा लोहा ! ठंडा लोहा !<br>मेरी दुखती हुई रगों पर ठंडा लोहा ! मेरी स्वप्न भरी पलकों पर<br>मेरे गीत भरे होठों पर<br>मेरी दर्द भरी आत्मा पर<br>&nbsp;&nbsp; &nbsp; &nbsp; स्वप्न नहीं अब<br>&nbsp;&nbsp; &nbsp; &nbsp; गीत नहीं अब<br>&nbsp;&nbsp;&nbsp; &nbsp; दर्द नहीं अब<br>एक पर्त ठंडे लोहे की<br>मैं जम कर लोहा बन जाऊँ - <br>हार मान लूँ - <br>यही शर्त ठंडे लोहे की <br>  ओ मेरी आत्मा की संगिनी ! <br>तुम्हें समर्पित मेरी सांस सांस थी, लेकिन <br>मेरी सासों में यम के तीखे नेजे सा <br>कौन अड़ा है ? <br>&nbsp;&nbsp; &nbsp; ठंडा लोहा ! <br>मेरे और तुम्हारे भोले निश्चल विश्वासों को <br>कुचलने कौन खड़ा है ?<br>&nbsp;&nbsp; &nbsp; ठंडा लोहा ! <br>    ओ मेरी आत्मा की संगिनी ! <br>अगर जिंदगी की कारा में <br>कभी छटपटाकर मुझको आवाज़ लगाओ <br>और न कोई उत्तर पाओ <br>यही समझना कोई इसको धीरे धीरे निगल चुका है <br>इस बस्ती में दीप जलाने वाला नहीं बचा है <br>&nbsp; &nbsp; सूरज और सितारे ठंढे <br>&nbsp;&nbsp;&nbsp; राहे सूनी <br>&nbsp;&nbsp; &nbsp; &nbsp; विवश हवाएं <br>&nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp;&nbsp; शीश झुकाए खड़ी मौन हैं <br>&nbsp;&nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp; &nbsp;&nbsp; &nbsp; बचा कौन है ? <br>&nbsp; ठंडा लोहा ! ठंडा लोहा ! ठंडा लोहा !<br>  ''ठंडा लोहा (काव्य संग्रह) में संग्रहित'' * [[Category: ठण्डा लोहा. / धर्मवीर भारती]][[Category: कविताएँ]