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|रचनाकार=धर्मवीर भारती
|संग्रह=ठण्डा लोहा / धर्मवीर भारती 
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|चित्र=Thanda_loha.jpg
|नाम=ठण्डा लोहा
|रचनाकार=[[धर्मवीर भारती]]
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|भाषा=हिन्दी
|विषय=कविताएँ
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ठंडा लोहा ! ठंडा लोहा ! ठंडा लोहा !<br>मेरी दुखती हुई रगों पर ठंडा लोहा ! मेरी स्वप्न भरी पलकों पर<br>मेरे गीत भरे होठों पर<br>मेरी दर्द भरी आत्मा पर<br>        स्वप्न नहीं अब<br>        गीत नहीं अब<br>        दर्द नहीं अब<br>एक पर्त ठंडे लोहे की<br>मैं जम कर लोहा बन जाऊँ - <br>हार मान लूँ - <br>यही शर्त ठंडे लोहे की <br>  ओ मेरी आत्मा की संगिनी ! <br>तुम्हें समर्पित मेरी सांस सांस थी, लेकिन <br>मेरी सासों में यम के तीखे नेजे सा <br>कौन अड़ा है ? <br>      ठंडा लोहा ! <br>मेरे और तुम्हारे भोले निश्चल विश्वासों को  <br>कुचलने कौन खड़ा है ?<br>      ठंडा लोहा ! <br>    ओ मेरी आत्मा की संगिनी ! <br>अगर जिंदगी की कारा में  <br>कभी छटपटाकर मुझको आवाज़ लगाओ <br>और न कोई उत्तर पाओ <br>यही समझना कोई इसको धीरे धीरे निगल चुका है <br>इस बस्ती में दीप जलाने वाला नहीं बचा है <br>         सूरज और सितारे ठंढे <br>      राहे सूनी  <br>        विवश हवाएं <br>              शीश झुकाए खड़ी मौन हैं <br>                बचा कौन है ? <br>  ठंडा लोहा ! ठंडा लोहा ! ठंडा लोहा !<br>  ''ठंडा लोहा (काव्य संग्रह) में संग्रहित'' * [[Category: ठण्डा लोहा. / धर्मवीर भारती]][[Category:  कविताएँ]