भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

जय सिंह खानक

792 bytes added, 13:09, 25 मई 2014
/* हरियाणवी रचनाएँ */
====हरियाणवी रचनाएँ====
* [[हो लिया देश का नाश, आज ये मोटे चाळे होगे / जय सिंह खानक]]
* [[अमेरिका तू अकडै़ दिखावै, या मरोड़ काढ़द्यां सारी / जय सिंह खानक]]
* [[नैतिकता ना रही किसे मैं, यो समाज उघाड़ा होग्या रै / जय सिंह खानक]]
* [[उठ सुबह अखबार पढूं, मैने चक्कर सा आवै सै / जय सिंह खानक]]
* [[या दुनियाँ झुलसी सारी, इस मंहगाई की आग मैं / जय सिंह खानक]]
* [[सदियों से हम पिसते आये, ना दिया सम्मान किसेनै / जय सिंह खानक]]
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,130
edits