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छोर से परे / पुष्पिता

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समुद्र के निनाद में है
बच्चों की ध्वनि तरंग प्रतिध्वनित
लहरें
जैसे कि उनके ही उठे हुए हाथ
और
बच्चों में होता है
समुद्र का अछोर कोलाहल
आकुल और व्याकुल
माँ के आँचल के भी
छोर से परे।
</poem>
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