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भजन

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* संध्या सुमिरन कर रे
* श्रीनाथजी हमारे ऐसे रसिया
* किसी के काम जो आये
* जग में सुन्दर है दो नाम
* मेरे श्रीनाथ जी प्यारे
* बंगला अजब बन्या महाराज
* श्रीनाथजी नाम संकीर्तन
* भाया रंगस्युं तो रंग मिल ज्याव
* मैं तो गोवर्द्धन को जाऊं मेरो वीर
* भगवान मेरी नैया उसे पार लगा देना
* कान्हा आजा रे, सखियाँ ने थोडी फाग रमा जा रे
* छोड़ मन तू मेरा मेरा
* आज बिरज में होरी रे रसिया।
* हे लकड़ी तू बन लकड़ी
* अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो
* कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं
* श्याम मने चाकर राखो जी
* कैसो खेल रचो मेरे दाता
* श्रीकृष्ण: शरणं मम:
* तूने हीरा सो जनम गँवायो
* देना हो तो दीजिए जनम जनम का साथ
* उठ जाग मुसाफिर भोर भई
* तेरे बिना श्याम हमारा
* [[मीठी रस से भरी/ राधा रानी का भजन ]]
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