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{{KKParichay
|चित्र=आदमी के नाम पर मज़हब नहीं(1991), मैं हूं हिंदुस्तान (1998) और, लौट आएंगी आंखें (2002)
|नाम= रामकुमार कृषक
|उपनाम=
|जन्म= 1 अक्तूबर 1943
|जन्मस्थान=गाँव गुलड़िया, अमरोहा, जनपद मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश)
|कृतियाँ=[[सुर्ख़ियों के स्याह चेहरे / रामकुमार कृषक | सुर्ख़ियों के स्याह चेहरे]] (1977) (नवगीत संग्रह) । [[नीम की पत्तियाँ / रामकुमार कृषक | नीम की पत्तियाँ]] (1984) (ग़ज़ल संग्रह) । [[फिर वही आकाश / रामकुमार कृषक | फिर वही आकाश]] (1991)[[आदमी के नाम पर मज़हब नहीं / रामकुमार कृषक |आदमी के नाम पर मज़हब नहीं]] (1991) [[मैं हूं हिंदुस्तान / रामकुमार कृषक |मैं हूं हिंदुस्तान]] (1998) और, [[लौट आएंगी आंखें / रामकुमार कृषक |लौट आएंगी आंखें]] (2002) (कविता-संग्रह) । प्रौढ़ शिक्षा के लिए "टीपू की माँ", "सबसे सुन्दर हाथ" और "घीसू और माधो" नामक पुस्तकों के रचयिता ।
|विविध= हिन्दी की अनियतकालीन जनवादी पत्रिका 'अलाव' का सम्पादन।
|जीवनी=[[रामकुमार कृषक / परिचय]]