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|नाम=ग़ज़ल कहनी पड़ेगी झुग्गियों पर
|रचनाकार=[['सज्जन' धर्मेन्द्र]]
|प्रकाशक=अंजुमन प्रकाशन, 942 आर्य कन्या चौराहा, मुट्ठीगंज, इलाहाबाद-211003, उत्तर प्रदेश, भारत)
|वर्ष=2014
|भाषा=हिन्दी
* [[ग़ज़ल कहनी पड़ेगी झुग्गियों पर कारख़ानों पर / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[मिल नगर से न फिर वो नदी रह गई / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[दे दी अपनी जान किसी ने धान उगाने में / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[छाँव से सटकर खड़ी है धूप ‘सज्जन’ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[जिस घड़ी बाज़ू मेरे चप्पू नज़र आने लगे / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[पानी का सारा गुस्सा जब पी जाता है बाँध / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[है मरना डूब के, मेरा मुकद्दर, भूल जाता हूँ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[सूरज हुआ है पस्त ये मौसम तो देखिए / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[ढहे मस्जिद कहीं, सच्चा पुजारी टूट जाता है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[दिल है तारा, रहे जहाँ, चमके / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[यहाँ कोई धरम नहीं मिलता / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[मेरे प्रेम दिये को भाता तेरा अँगना था / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[वो भी साबुत बचा नहीं होता / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[चिड़िया की जाँ लेने में इक दाना लगता है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[जिन्हें हम देवता समझते हैं / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[ख़ुद को ख़ुद ही झुठलाओ मत / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[जहाँ जाओ जुनून मिलता है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[आँखें बंद पड़ीं गीजर की फिर भी दहता है पानी / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[काश यादों को करीने से लगा पाता मैं / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[चंदा तारे बन रातों में नभ को जाती हैं / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[गरीबों के लहू से जो महल अपने बनाता है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]* [[ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]* [[ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]* [[ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]* [[ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]* [[ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]* [[ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]* [[ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]* [[ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]* [[ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]* [[ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]* [[ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]* [[ कहे कौन उठ दोपहर हो गई / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]