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गज़ब दिवाली / दीनदयाल शर्मा

No change in size, 00:43, 23 जुलाई 2014
चली जो गोली
ऐसा भी
पिस्तौल बना था ।</poem>
ऐसी गज़़ब की
दुनिया सारी
ख़ुशियों का पहिया
घूम रहा था ।।</poem>
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