Changes

सावन का गीत / रमेश रंजक

6 bytes removed, 05:34, 19 अगस्त 2014
|संग्रह= रमेश रंजक के बाल गीत / रमेश रंजक
}}
{{KKCatGeetKKCatBaalKavita}}
<poem>
बना आम की गुठली का बाजा
धरती पर लहराएगा पानी
हवा करेगी अपनी मनमानी
कहीं बिजली चमकेगी । हमारी नाव चलेगी ।।
गीत उठेंगे अँगड़ाई लेकर
पतनाले बोलेंगे छरर-छरर
धरा की प्यास बुझेगी । हमारी नाव चलेगी ।।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,225
edits