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बंसी के बस स्याम भये री! / स्वामी सनातनदेव
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10:55, 25 नवम्बर 2014
कहा करें, कित धरें चोरि यह, पियहिं फोरि बहुदुःख दिये री॥3॥
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Sharda suman
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