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चितवन ने सखि! नयन चुराये / स्वामी सनातनदेव
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16:42, 26 नवम्बर 2014
प्रीतम को यह मधुर मिलन सखि! कहो कोउ कैसे बिलगाये॥5॥
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Sharda suman
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