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/* ग़ज़लें */
{{KKShayar}}
====ग़ज़लें====
* [[ किनारा-दर-किनारा मुस्तक़िल मंजधार है यूँ भी / रियाज़ लतीफ़]]* [[किसी बेघर जहाँ का राज़ होना चाहिए था / रियाज़ लतीफ़]]* [[ख़ला की रूह किस लिए हो मेरे इख़्तियार में / रियाज़ लतीफ़]]* [[खींच कर ले जाएगा अंजार महवर की तरफ़ / रियाज़ लतीफ़]]* [[ख़ुद अपना इंतिज़ार भी / रियाज़ लतीफ़]] * [[गुज़र चुके हैं बदन से आगे नजात का ख़्वाब हम हुए हैं / रियाज़ लतीफ़]]* [[ग़ैबी दुनियाओं से तन्हा क्यूँ आता है / रियाज़ लतीफ़]]* [[जाल रगों का गूँज लहू की साँस के तेवर भूल गए / रियाज़ लतीफ़]] * [[जिस्मों की मेहराब में रहना पड़ता है / रियाज़ लतीफ़]]* [[तमाम ख़लियों में अक्सर सुनाई देता है / रियाज़ लतीफ़]]* [[ताख़ीर आ पड़ी जो बदन के ज़ुहूर में / रियाज़ लतीफ़]]* [[दुनिया से परे जिस्म के इस बाब में आए / रियाज़ लतीफ़]] * [[नया अदम कोई नई हदों का इंतिख़ाब अब / रियाज़ लतीफ़]]* [[बदन के गुम्बद-ए-ख़स्ता को साफ़ क्या करता / रियाज़ लतीफ़]] * [[मिरे सिमटे लहू का इस्तिआरा ले गया कोई / रियाज़ लतीफ़]]* [[मैं वहाँ हूँ कि नहीं चाहे तो जा कर देखे / रियाज़ लतीफ़]]* [[रेत है इज़हार के पानी के पार / रियाज़ लतीफ़]] * [[ले जाऊँ कहीं उन को बदन पार ही रक्खूँ / रियाज़ लतीफ़]]* [[सब ख़लाओं को ख़लाओं से भिगो सकता है / रियाज़ लतीफ़]]* [[हदों के न होने की ज़िल्लत से हारे हुए / रियाज़ लतीफ़]] * [[हर एक ख़लिया को आईना घर बनाते हुए / रियाज़ लतीफ़]] * [[हिसार के सभी निज़ाम गर्द गर्द हो गए / रियाज़ लतीफ़]]
====नज़्में====
* [[आमद / रियाज़ लतीफ़]]