गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
नश्शा-हा शादाब-ए-रंग ओ साज़-हा मस्त-ए-तरब / ग़ालिब
No change in size
,
09:37, 21 जनवरी 2015
{{KKCatGhazal}}
<poem>
नश्शा-हा शादाब-ए-रंग ओ साज़-हा मस्त-ए-
तरबशी
तरब
शा
शीशा
-ए-मय सर्व-ए-सब्ज़-जू-ए-बार-ए-नग़्मा है
हम-नशीं मत कह कि बरहम कर न बज़्म-ए-ऐश-ए-दोस्त
वाँ तो मेरे नाले को भी ए‘तिबार-ए-नग़्मा है
</poem>
आशिष पुरोहित
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits