भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* ग़ज़ल */
* [[आप भी अब मिरे गम बढ़ा दीजिए / श्रद्धा जैन]]
* [[क्यूँ चुप-चुप सा खड़ा है दर्द / श्रद्धा जैन]]
* [[दिल में जब प्यार का नशा छाया ... / श्रद्धा जैन]]
* [[लुटा कर जान दिलदारी नहीं की / श्रद्धा जैन]]
* [[काँटे आए कभी गुलाब आए.. / श्रद्धा जैन]]