{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=गुलज़ार
}}
{{KKPustak
|चित्र=Kuchh_aur_nazmeChaiya2.jpg
|नाम=छैंया-छैंया
|रचनाकार=[[गुलज़ार]]
|विविध=--
}}
* [[मुझको इतने से काम पे रख लो / गुलज़ार]]
* [[तेरी आँखें तेरी ठहरी हुई ग़मगीन-सी आँखें / गुलज़ार]]
* [[कितनी सदियों से ढूँढ़ती होंगी / गुलज़ार]]
* [[इन बूढ़े पहाड़ों पर , कुछ भी तो नहीं बदला / गुलज़ार]]
* [[न जाने क्या था, जो कहना था / गुलज़ार]]