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''' कोचिंग सेन्टर - तीन '''

होर्डिंग पर चस्पा हमउम्र बच्चे की तस्वीर को
उसने बड़े गौर से देखा
और जोड़-जोड़ कर पढ़ा

आई... आई... टी... फर्स्ट.. रैंक...
मुस्कराया और बोला वाह बेटा
फिर ख़ख़ार कर थूका और चल दिया
चाय पहुँचाने
सेठ सोनामल की दूकान पर।

</poem>
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