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मंगलाचरण - 3 / प्रेमघन

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|संग्रह=प्रेम पीयूष / बदरीनारायण चौधरी 'प्रेमघन'
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आनन चन्द अमन्द लखे, चकि होत चकोरन से ललचो हैं।
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