Changes

{{KKCatMaithiliRachna}}
<poem>
आ गहबर निऽ रमान आइ देवताकऽ देलकै महिसौथामेगहबर निर्माण देवताकऽ देलकै महिसौथामेआब कमल तऽ दह सेसुनियौ वरननमाआब कमल दह से उत्पैन भेल आहो वराटपुरमे आइ वसै छैहौश्री सतबरता केराजा वराट ने हौकमलदह से उत्पैन भेल बराटपुरमे बसै छैहौ दादाश्री सतबरता के नै हयऽऽ।राजा वराट ने हौ।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,148
edits