भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
* [[खो दे ज्यान कऐ मैं पड़कै के चारो ओड़ रहे ना / मेहर सिंह]]
* [[बूझ बेहूदी काह्ल तला पै भाजी नहीं अंघाई करकै / मेहर सिंह]]
* [[आपस मैं मिला के हाथ मुस्करा कर गाना गाने लगी / मेहर सिंह]]
* [[शान देख कै राज कंवर की सीली काया होगी / मेहर सिंह]]
====किस्सा जगदेव बीरमती====
यह किस्सा भी शहीद मेहर सिंह द्वारा पूरा बनाया गया है लेकिन पूरा किस्सा न मिलने के कारण हम कुछ रागनियां ही आपके सामने प्रस्तुत कर सके हैं जो निम्न प्रकार हैं-
* [[के पाछै तै डूबा पड़गो होग्या मूंह काळा / मेहर सिंह]]
* [[बेईमान तेरी बदमाशी का सब निर्णय हो ज्यागा / मेहर सिंह]]
* [[फोटू ले लो फोटू ले लो न्यू कानां मैं भनक पड़ी / मेहर सिंह]]
* [[रै गया बिगड़ जमाना ल्याज शर्म सब तारी / मेहर सिंह]]
* [[इस एमटी. के दुःख घने किस ढ़ाल गिणऊ मैं / मेहर सिंह]]
* [[सुणो सबक उस्ताज जी द्यूं साराए सुणा जुबानी / मेहर सिंह]]
* [[छोड़ कै खाट खड़या होग्या / मेहर सिंह]]
* [[मैं का बोल मर्द नै डोबै चोर नै डोबै खांसी / मेहर सिंह]]
* [[रट कै करतार की माला / मेहर सिंह]]
* [[सोच समझ कै चाल गलती मैं बणी सो बणी / मेहर सिंह]]
* [[नखरा करकै मनैं जगागी सुते का हाथ पकड़ कै / मेहर सिंह]]
* [[भीतरले का भेद नहीं दे मिठे बोलैं सारे / मेहर सिंह]]
* [[पीसण खातर चाक्की झो दी फौजी की होगी त्यारी / मेहर सिंह]]
* [[मैं कदकी रूक्के दे रही / मेहर सिंह]]