<poem>{{KKGlobal}}{{KKRachnakaarParichay|रचनाकार=मुरली चंद्राकर}}
1973 में ‘सोनहा विहान’ में गीत लिखे। ‘पुष्पांजलि’ नाम का कैसेट बम्बई में रिकार्ड। रचनाओं में देख देवर बाबू तोर भइया के चाल, जिनगी के नई हे ठिकाना और बैरी पैरी ल चिटको शरम नई लागे आदि।
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