बड़ी शूरवीरता का काम होता है मेरी दोस्त,
मैं अब विदा लेता हूँ
जीने का यही सलीका होता हैप्यार करना और जीना उन्हें कभी आएगा नहीजिन्हें ज़िन्दगी ने हिसाबी बना दियाख़ुशी और नफ़रत में कभी लीक ना खींचनाज़िन्दगी के फैले हुए आकार पर फ़िदा होनासहम को चीर कर मिलना और विदा होनाबहुत बहादुरी का काम होता है मेरी दोस्तमैं अब विदा होता हूँ
तू भूल जाना
मैंने तुम्हें किस तरह पलकों में पाल कर जवान किया