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/* प्रतिनिधि रचनाएँ */
* [[अक़्ल वाले क्या समझ सकते हैं दीवाने की बात / रतन पंडोरवी]]
* [[क्या तिरी दरिया दिली है ऐ-खुदा मेरे लिये / रतन पंडोरवी]]
* [[ख़्वाब ही में रुख़-ए-पुर-नूर दिखाए कोई / रतन पंडोरवी]]
* [[जुदा वो होते तो हम उन की जुस्तुजू करते / रतन पंडोरवी]]
* [[पहुँचे न जो मुराद को वो मुद्दआ हूँ मैं / रतन पंडोरवी]]