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<poem>
गद्दार देश रोॅ देखी लेॅ, आबी रहलोॅ भगवान छै,
यै मांटी पर फेरू आवै लेॅ, व्याकुल उनकोॅ परान छै।
तोरा लूट नीति पर हुनी खूब पछताबै छै
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