भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

नवरात / माधवी चौधरी

5 bytes added, 11:33, 2 अप्रैल 2017
भावै दुर्गा माय केॅ, चुनरी, अरहुल फूल।
माता छै ममतामयीकरुणामयी , क्षमा करै छै भूल।।
कन्या पूजै 'माधवी' करै मात के याद।
Mover, Protect, Reupload, Uploader
6,612
edits