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/* प्रतिनिधि रचनाएँ */
* [[मौजों ने हाथ दे के उभारा कभी कभी / रतन पंडोरवी]]
* [[लुत्फ़ ख़ुदी यही है कि शान-ए-बक़ा रहूँ / रतन पंडोरवी]]
*[[ ग़म की बस्ती अजीब बस्ती है / रतन पंडोरवी]]
====रुबाइयाँ====
* [[चढ़ते हुए दरिया को उतरते देखा / रतन पंडोरवी]]