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|रचनाकार=अर्चना कुमारी
|अनुवादक=
|संग्रह=पत्थरों के देश में देवता नहीं होते/ अर्चना कुमारी
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatMahilaRachnakaar}}<poem>गोद में माँ की दुबका हुआ बच्चा
ज्ञात-अज्ञात भय से
सो जाता है गहरी नींद