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Kavita Kosh से
उठो, चढ़ाओ अदहन<ref>चावल पकाने के लिए उबलता हुआ जल</ref>
गमकेगा गरमा भात
पोठी<ref>एक प्रकार की छोटी मछली</ref> का झोर!<ref>सब्ज़ी का रसा रस या झोलझोर</ref>
हौ कक्का
दोसरो सीजन में
साध सकते हैं समसान
करिया मेघ चमकने लगा है
बुनकने लगा तो
ददा हौ
दूगो नन्हकिरबा की पढ़ौनी
जमा बारह पेट के लिए
मरुँआ, गहुँम और गरमा<ref>धान की एक अत्यन्त साधारण किस्म</ref> की
डेढ़-दो बीघा उपज से